जब तक मैं खूद हार न मान लूं मुझे कोई हरा नहीं सकता
"जब तक मैं खूद हार न मान लूं मुझे कोई हरा नहीं सकता" नमस्कार दोस्तो! मैं प्रसन्नजीत लाकरा हिन्दी अंग्रेजी लेखक विशेषकर लोगों को सही तरीके से जीने तथा उनके जीवन में खूद को साबित करने लिये बेहतरीन लेख लिखता हूं जिसे पढ़कर पाठक कुछ बेहतर बदलाव ला सकते हैं उनके जीवन में क्या कमी है क्या करने की जरूरत है ऐसे ही खूबसूरत जीवन संदेश देने की कोशिश करता हूं जो लोग अपने जीवन में कुछ करना चाहते हैं लेकिन परिस्थिति कुछ ऐसी है कि क्या किया जाये और क्या न किया जाये कुछ समझ नही आता पर मैं कहता हूं चिंता न करो हमें फाॅलो करें तथा अन्त तक पढ़ें। कहावतें बहुत कहते या पढते हुये सुने होंगे लेकिन वास्तविकता का कभी ध्यान रखा है दोस्तो आपने? कहावतें यूं ही सोच कर नही कहा जाता कहावतों को सही समय पर कहा जाता है और लिखा जाता है तभी हम जान पाते हैं कि आखिर कहावतों कितनी सच्चाई है बुजुर्ग अक्सर अपनी कहावतें युवाओं तथा बच्चों को सुनाना पसंद करते हैं ताकि बच्चें कुछ बेहतर सीखें। मेरा कहने का मतलब कहावतों नहीं है लेकिन कहावतें और कविता जिसे हम शायरी कहते है ये हर अलग अलग समय पर बोली जाती है खुशी के ...